पूर्व मंत्री और नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने प्रदेश में बिजली संकट पर चिंता जताई है…उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर दो दिवसीय विधानसभा सत्र बुलाने की मांग की है… गोविंद सिंह ने कहा प्रदेश में बिजली का संकट गहराता जा रहा है… कोयले की कमी और कुप्रबंधन के चलते प्रदेश के ताप विद्युत गृह बंद होने की कगार पर हैं…गोविंद सिंह ने कहा मध्यप्रदेश पॉवर जनरेशन कंपनी के चार पॉवर प्लांटों में से तीन पॉवर प्लांट गंभीर स्थिति में हैं.. संजय गांधी थर्मल पॉवर प्लांट, सतपुड़ा थर्मल पॉवर प्लांट एवं श्री सिंगाजी थर्मल प्लांट की विद्युत उत्पादन की क्षमता कोयले की कमी और कुप्रबंधन के कारण आधी रह गई है.. जिससे प्रदेश में विद्युत संकट गहरा रहा है…प्रदेश में मांग के अनुपात में पर्याप्त बिजली की उपलब्धता नहीं है…वहीं प्रदेश सरकार ने विद्युत उत्पादन कंपनियों को विगत वर्ष बगैर एक भी यूनिट बिजली लिए 900 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है…