भौरा तेरा पानी ग़ज़ब करी जाए… और गगरी न फूटै, चाहै खसम मर जाय… नमस्कार आप देख रहे है जनमुद्दा और मैं हूं आपके साथ संचिता शुक्ला… आज ये कहावत इसलिए क्योंकि हम बात करेंगे ऐसे गांव की जहां पानी की किल किल तो है ही… लेकिन पानी की कमी की वजह से इस गांव के 20 फीसदी युवकों की शादी ही नहीं हो रही… तो चलिए जानते हैं कौन सा है वो गांव जहां पानी नहीं तो शादी नहीं…
चित्रकूट जिले के मानिकपुर तहसील में आने वाले सैकड़ो गावों की यही हालात है…यहां गर्मी शुरु होते ही पेयजल संकट शुरु हो जाते हैं… जल स्रोत सूख जाते है… और महिलाएं पानी लाने के लिए सर पर गगरी रख कर मीलों पैदल चलती हैं… हलांकि सरकार इस समस्या को दूर करने के लिए लाखों रुपए खर्च तो करती है लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी रहती है… इतना ही नहीं पानी की समस्या इतनी बड़ी है… कि यहां की 20 फीसदी आबादी पानी की कमीं के चलते कुंवारेपन में ज़िंदगी बसर करने को मजबूर है… पानी की कमी ऐसी है कि यहां के युवाओं के शादी नहीं हो रही… उनके शादी के ख्वाबों पर पानी फिरा हुआ है… हालाकि अधिकारी इस संकट को दूर करने की बात करते हैं… लेकिन बाते हैं बातों का क्या ?…क्योंकि सरकार घर घर नल से पानी पहुंचने बात करती है… और योजना भी संचालित है… लेकिन अभी तक कही भी पानी टंकी बनकर तैयार नही हुई है… तो सवाल यही कि आखिर कब इस क्षेत्र से जिम्मेदारों की बेरुखी दूर होगी…