मध्यप्रदेश कांग्रेस ने पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव की तैयारी तेज कर दी है…भोपाल में लगातार बैठकें ली जा रही हैं…ऐसी ही एक बैठक में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कांग्रेसियों को समझाईश दी है कि चुनाव जीतने के बाद जीतने के बाद वे बिके न…लोग कहते हैं…हमारा बहुत खर्च हुआ है…इस पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए…दिग्विजय सिंह के इस भय के बाद प्रदेश में सियासत शुरु हो गई है…बीजेपी का कहना है कांग्रेस ने चुनाव से पहले ही पराजय स्वीकार कर ली है…इसे लेकर किस तरह बयान बाजी और सियासत जोरों पर है…
मध्यप्रदेश में कांग्रेस पंचायत और निकाय चुनावों की तैयारियां कर रही हैं… लेकिन कांग्रेस को इस बात का डर भी सता रहा है कि चुनाव जीतने के बाद उसके के विजयी प्रत्याशी कहीं दूसरी पार्टी में न चले जाएं …ये डर शुक्रवार को पीसीसी में आयोजित पंचायत प्रकोष्ठ की बैठक में दिखाई दिया…जिसमें पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पीसीसी चीफ कमलनाथ सहित तमाम बड़े नेता शामिल हुए…इस बीच भाषण देते हुए दिग्विजय सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा ..मध्य प्रदेश में निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता तैयारी करें… और बीजेपी की नाकामियों को घर-घर जाकर बताएं…दिग्विजय सिंह ने कार्यकर्ताओं से चुनाव में डटे रहने की बात करते हुए कहा चुनाव जीते.. लेकिन अपनी नियत साफ रखें… कोई ज्यादा पैसे दिखाएं तो उधर ना जाएं ….
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पीसीसी में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जहां एक तरफ बीजेपी पर खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए… तो वहीं कार्यकर्ताओं को सलाह भी दी कि चुनाव जीते लेकिन अपनी नियत साफ रखें…कोई ज्यादा पैसे दिखाएं तो उधर ना जाएं… इस पर बीजेपी ने पलटवार किया है बीजेपी प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने कहा जब दिग्विजय सिंह आरोप लगाना शुरू कर देते हैं…तब ही समझ आ जाता है कि कांग्रेस ने अपनी हार स्वीकार कर ली है…
दरअसल दिग्विजय सिंह का ये भय अकारण नहीं है…2018 में कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में सत्ता हासिल की थी…कमलनाथ मुख्यमंत्री बने…लेकिन 15 महीने बाद एक एक कर कांग्रेस के दो दर्जन विधायकों ने कांग्रेस के बड़े नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया की सरपस्ती में बीजेपी का दामन थाम लिया था…और तब से अब तक कांग्रेस आरोप लगाती आ रही है कि इन विधायकों को बीजेपी ने करोड़ों रुपये देकर खरीदा था…जिससे उसकी सरकार चली गई…अब पंचायत और निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस को फिर वहीं डर सता रहा है…यही वजह है कि दिग्विजय सिंह सभी को अभी से आगाह कर रहे हैं…वो कहते हैं न दूध का जला छाछ भी फूंक फूंक कर पीता है…हालांकि ये तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा जीतने के बाद कौन कांग्रेस के साथ खड़ा रहता है और कौन नहीं…