र्शन और तेज हो गया है…इस बीच देश में आपातकाल की घोषणा भी कर दी गई है और पीएम रानिल विक्रमसिंघे कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाये गये हैं…सवाल ये उठता है कि अब आगे श्रीलंका का राजनीतिक भविष्य क्या होगा ?….आज इसी मुद्दे पर हम चर्चा करेंगे…तो आइए शुरु करते हैं लंकाकाण्ड गोटबाया ‘गो’… कहते हैं कि ‘इतिहास हमेशा दोहराता है’…इसका अंदाजा आप श्रीलंका को देखकर लगा सकते हैं…श्रीलंका में प्रदर्शनकारियों को हिंदुस्तान से बहुत उम्मीदें हैं…प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने देश में बिगड़े हालात पर दखल की अपील की है…इतना ही नहीं श्रीलंकाई सेना ने भी वहां के नागरिकों के सामने घुटने टेक दिए हैं…श्रीलंका के कार्यवाहक राष्ट्रपति ने देश की सेना और पुलिस को हालात संभालने के आदेश दिए हैं…ऐसे में क्या राष्ट्रपति बदलने से श्रीलंका के आर्थिक संकट का हल निकल सकेगा? क्या पीएम मोदी के हस्तक्षेप से श्रीलंका के हालातों पर कोई असर पड़ेगा! …देखिए एक रिपोर्ट फिर करेंगे चर्चा…