देश के अगले महामहिम को चुनने के लिए मतदान जारी है। सभी राज्य के विधायक और सांसद वोटिंग कर रहे हैं। 21 जुलाई को चुनाव का परिणाम आ जाएगा।देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान जारी है। इस मतदान में कुल 4800 निर्वाचित सांसद और विधायक हिस्सा ले रहे हैं।विधायक और लोकसभा-राज्यसभा के सांसद मतदान करेंगे..27 दलों के समर्थन के साथ द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा भारी है। वहीं महज 14 दलों के समर्थन के साथ यशवंत सिन्हा को करीब 3.62 लाख वोट ही मिलने की उम्मीद है।बता दें कि पीएम मोदी ,केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना वोट डाला।वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे,राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत..गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल..और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक.. के अलावा योगी आदित्यनाथ ने भी वोट डाला..
1.अपने प्रत्याशी को ज्यादा से ज्यादा वोट से जिताने के लिए भाजपा ने एड़ी-चोटी का जोर लगाया।कई विपक्षी दल जो पहले मुर्मू के खिलाफ दिखाई दे रहे थे, अब पक्ष में आ गए हैं
2. कांग्रेस अच्छी तरह जानती है कि इस चुनाव में सत्ता पक्ष के प्रत्याशी की जीत तय है फिर भी गोवा के 11 में से पांच विधायकों को उसने चेन्नई में छिपा दिया।
3. शिवसेना, जेएमएम और अकाली दल जैसी पार्टियां बीजेपी के साथ खड़ी हैं तो आम आदमी पार्टी यशवंत सिन्हा के साथ हैं.
4. एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू आदिवासी हैं और यदि वह चुनाव जीतती हैं तो इस सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली पहली आदिवासी बन जाएंगी.