चीनी स्पाई शिप युआन वांग-5 मंगलवार सुबह श्रीलंका के हंबनटोटा पोर्ट पर पहुंच गया… यह स्पाई शिप 16 से 22 अगस्त तक यहां रहेगा… यह करीब 750 किमी दूर तक आसानी से निगरानी कर सकता है… युआन वांग 5 सैटेलाइट और इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइलों को ट्रैक करने में सक्षम है… ऐसे में यह भारत के इसरो से लेकर की सैन्य अड्डों की निगरानी कर सकता है…ऐसे में सवाल यह उठता है… आर्थिक तंगी की हालातों से जुझ रहे श्रीलंका की भारत ने इतनी मदद की…. फिर भी श्रीलंका, चीन की दबाव में आकर भारत को नज़रअंदाज क्यों किया… आज इसी मुद्दे पर करेंगे चर्चा… तो आइए शुरु करते हैं…