बड़वानी जिला मुख्यालय खुद बीमार है…ऐसे में मरीजों का इलाज़ कैसे हो… यह सोचने वाली बात है…अस्पताल परिसर में फैला गंदगी स बात का सबूत है… कि यहां साफ-सफाई की व्यवस्था बद से बदतर है… सोनोग्राफी की मशीने तो हैं लेकिन वह बंद बड़ी है जो चीख-चीख़ कर यह स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोल रही है… यह स्थिती तब है… जब इस जिला अस्पताल पर अन्य दो जिलों धार, अलीराजपुर से भी प्रसव के लिए महिलाएं यहां आती हैं… चिकित्सकों के द्वारा सोनोग्राफी का लिखा जाता है तो उन्हें सोनोग्राफी बाहर जाकर करानी पड़ती है… इस मामले को लेकर सिविल सर्जन डॉ मनोज खन्ना से बात की तो उनका कहना है ये मसला उच्च अधिकारियों की जानकारी में है…. जो सोनोग्राफी के लिए डॉक्टर थे वो ट्रेनिंग के लिए बाहर गए है… उनकी जगह अन्य महिला चिकित्सक को नियुक्त किया गया था… लेकिन वो मातृत्व अवकाश पर है… इसलिए सोनोग्राफी के लिए हमारे पास कोई डॉक्टर उपलब्ध नही है… जिस कारण जब तक कोई नियुक्ति या किसी को ट्रेनिंग नही मिल जाती सोनोग्राफी बन्द रहेगी… वही गंदगी के प्रश्न पर जवाब देते हुए डॉ मनोज का कहना था… रूटीन में जांच करते रहते है… ऐसी कोई बात उनके सामने आई नही… जबकि यंहा पड़ी गंदगी की तस्वीरें सब कुछ बयां कर रही है…