जहां प्रदेश सरकार गांव-गांव से लेकर शहर तक नल-जल योजना चला रही है… ग्रामीणों के लिए पानी की व्यवस्था कर रही है… नल जल के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है… लेकिन जमीनी स्तर पर सब कुछ फेल ही नजर आ रहा है… ऐसा ही एक नजारा शहडोल जिले के तहसील जयसिंहनगर के ग्राम पंचायत कुदरी से सामने आया है… जहां ग्रामीण पिछले तीन महिने से बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं…लेकिन सरकार की योजना उन ग्रामीणों के लिए निर्रथक साबित हो रही है…जिनके लिए सरकार यह योजना चला रही है…। ऐसे में सवाल यह उठता है कि इस योजना के लिए शासन जब लाखों रुपए खर्च कर रही है… तो ये रुपए खर्च कहां हो रहे हैं? … वैसे ग्राम पंचायत कुदरी में पानी का पंप आज कई महीनों से खराब पड़ा है… जिसके चलते ग्रामीणों को पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा… साथ में नल-जल के तहत पानी की टंकी भी बनाई…लेकिन पानी भरने की व्यवस्था नहीं हुई… सबसे बड़ी बात यह है कि इस गांव के सरपंच और सचिव का भी इस ओर ध्यान नहीं है… .कुदरी ग्रामवासी पिछले तीन महीनों से इस समस्या से जूझ रहे हैं…पर ना ही ग्राम पंचायत कुदरी के सरपंच, ना सचिव और ना ही जिम्मेदार अधिकारी ध्यान दे रहे हैं…जिन्हें सरकार ने इसकी जिम्मेदारी दी है…ग्रामीण बताते हैं कमीशन खोरी के चलते पंचायत में बिगड़ा पंप नहीं बन पा रहा…ऐसे में सीएम शिवराज सिंह चौहान की यह महात्वकांक्षी योजना कैसे पूरी हो? यह सोचने वाली बात होगी…