जंगल में तब्दील हो रहा स्पोर्ट्स सेंटर
देखरेख का झेल रहा अभाव
लाखों की लागत से हुआ निर्माण
प्रशासनिक लापरवाही पड़ रही भारी
खेल मैदान से वंचित खिलाड़ी
निजी प्रशिक्षण केंद्रों में जाने को मजबूर
2011 में मध्यप्रदेश के कृषि कल्याण मंत्री औऱ कटनी के प्रभारी मंत्री ने जिलेवासियों को बड़ी सौगात दी थी..सौगात थी स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स की.. ताकि जिले में अंतरराज्यीय खेल प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन और अन्य खेल कूद के प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा सके..लेकिन देखरेख के अभाव में किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी कि एक दिन 90 लाख रुपये की लागत से बना स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स जंगल में तब्दील हो जाएगा..
मध्यप्रदेश शासन के कृषि कल्याण और कटनी जिला प्रभारी रामकृष्ण कुष्मरिया ने 90 लाख रुपये की लागत से बनने वाले स्पोर्ट्स सेंटर का भूमि पूजन 2011 में कटनी के झिंझरी में किया था..निर्माण पूरा होने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 2014 में इस स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स का लोकार्पण किया..तब के सांसद नागेंद्र सिंह और मुड़वारा विधायक सन्दीप जायसवाल भी मौजूद थे..इस भवन को बनाने के पीछे शासन की मंशा थी..कि बच्चे स्पोर्ट्स की ट्रेनिंग लेंगे और प्रदेश का नाम पूरे देश दुनिया में रोशन करेंगे..लेकिन इस भवन का नामोनिशान मिटता नजर आ रहा है।खेल और प्रशासनिक लापरवाही के चलते पूरा भवन आज जंगल में तब्दील होता नजर आ रहा है।वहीं खेलों के लिए कई निजी प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किये गए हैं..जिनमें बकायदा एक शुल्क देकर खेल सम्बन्धित प्रशिक्षण प्राप्त किया जाता है.. यदि झिंझरी में निर्मित स्पोर्ट्स सेंटर की शुरुआत हुई होती..तो आज खेल जगत के अनेकों ऊर्जावान खिलाड़ियों को एक बढ़िया व्यवस्थित मैदान मिल सकता था,जो नहीं मिल सका।