सचिव पर भ्रष्टाचार का आरोप!
खडंजा के नाम पर लाखों के गबन का आरोप!
कागजों में शौचालय… धरातल से गायब!
आज इस कार्यक्रम में हम बात करेंगे…ग्राम सभा में पलते भष्ट्राचार की… जहां खड़ंजा के नाम पर पैसे तो निकाल लिए गए… लेकिन खड़ंजा का कहीं अता पता नहीं… वहीं कागजों पर शौचालय तो बने हैं… लेकिन गांव में दिखाई नहीं देते…आखिर क्यों… आज इसी मुद्दे पर करेंगे चर्चा… तो आइए शुरु करते है… जन मुद्दा…
एक ओर शासन प्रशासन ग्रामीणों की मूलभूत सुविधाओं को लेकर कई तरह की योजनाएं संचालित कर ग्रामीणों का जीवन स्तर उठाने का प्रयास कर रही है…वही दूसरी ओर ग्राम पंचायत के कर्मचारी… ग्रामीणों के हक पर डाका डाल रहे हैं… ऐसा ही एक मामला राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ के ग्राम पंचायत उदपुरिया के ग्राम रंजीतपुरा का सामने आया हैं… जहां पर तात्कालीन सचिव कनीराम कुशवाहा पर ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि पंचायत सचिव दवारा कराये जा रहे निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हुआ हैं… बात चाहे सीसी रोड की हो या शौचालय की भष्ट्राचार से कोई क्षेत्र अधुता नहीं है… ग्राम रंजीतपुरा में 15 वां वित्त की राशि से गांव में 5 लाख की लागत से सीसी खडंजा कराया जाना था…खडंजा तो नहीं बना लेकिन पंचायत के खाते राशि निकाल ली गई… जिसकी शिकायत ग्रामीण सुरेश नागर ने 181 सीएम हेल्पलाइन और जिला पंचायत सीओ प्रीति यादव को लिखित आवेदन देकर कर चुके है… मगर अभी तक उक्त मामले में अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है… मामला यंही नही थमा जब ग्रामीणों को सीसी खडंजा के नाम पर पैसे निकालने की बात पता चली… और उन्होंने सचिव से बात की तो सचिव महोदय ने ग्रामीणों को गुमराह करते हुए बताया की वह निजी रास्ता हैं… इसलिए सीसी नही हो सकता… अब बड़ा मुद्दा यह उठता हैं कि जब रास्ता निजी था तो उसकी टीएस कैसे स्वीकृत हुई और बिना मूल्यांकन के 3 लाख 83 हजार सीसी खडंजा के नाम पर कैसे निकाले गए… वहीं स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत पंचायत द्वारा बनाये गए शौचालय में बड़ा घोटाला सामने आया जंहा पर ग्राम पंचायत उदपुरिया के रंजीतपुरा गांव में करीब 30 शौचालय का निर्माण कागजो में दर्शया गया और उनका 12 हजार प्रति शौचालय के हिसाब से 3 लाख 60 हजार रुपये निकाले गए… ग्रामीणों की शिकायत पर जब हमारी टीम ने इस पर ग्राउंड रिपोर्ट की तो सामने आया कि जिन हितग्राहियों के नाम से पंचायत के सरपंच सचिव द्वारा 12 हजार 12 हजार रुपये शौचालय की राशि निकाली गई… वह आज तक उन हितग्राहियों को मिली…