अफसर हैं भाई अफसर…!
काम अधूरा… झूठ पूरा!
जल जीवन मिशन पर अफसर की झूठ!
सीएम ने पूछा सच…अफसर ने बताया झूठ!
पत्रकार के सवाल… अफसर के गोलमोल जवाब!
डिंडौरी जिले में अफसरों के हौंसले इतने बुलंद हैं…कि वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सरेआम भ्रामक जानकारी देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं… दरअसल बीते 23 सितंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान डिंडौरी जिले के दौरे पर पहुंचे थे… जहां हिनौता ग्राम में आयोजित मुख्यमंत्री जनसेवा शिविर में सीएम शिवराज सिंह चौहान… सरकारी अफसरों को मंच पर बुलाकर… योजनाओं की जानकारी ले रहे थे… और इसी दौरान सीएम पीएचई के कार्यपालन यंत्री शिवम सिन्हा से… जल जीवन मिशन योजना की जानकारी लेते हुए पूछा… कि कोई एक गाँव का नाम बताओ जहां जल जीवन मिशन योजना का काम पूरा हो चुका हो… तब पीएचई विभाग के कार्यपालन यंत्री ने खरगहना गांव का नाम बताया था… तभी सीएम ने शिविर में मौजूद भीड़ से पूछा भी था की क्या पीएचई विभाग के अफसर सच बोल रहे हैं… आपको जानकर हैरानी होगी की खरगहना गांव के दो मोहल्ले में आज भी भीषण जलसंकट के हालात बने हुए हैं… सीएम के जाने के ठीक बाद गुर्रा टोला में पाईपलाइन बिछाने का काम शुरू किया गया है… आजादी के सालों बाद भी गुर्रा टोला गांव के वाशिंदे बरसाती नाले में बने गड्ढे का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं… तो वहीं खरगहना के सड़क मोहल्ले में करीब पचास परिवार के लोग हैंडपंप के पानी से अपनी प्यास बुझा रहे हैं… सड़क मोहल्ले में जल जीवन मिशन योजना के तहत कोई काम अबतक शुरू नहीं हो पाया है… हालांकि खरगहना के पांच मोहल्ले में जल जीवन मिशन योजना के तहत करीब चार सौ परिवारों को पानी तो मिल रहा है… लेकिन नल कनेक्शन से ज्यादातर टोटियां गायब हैं… जिसके कारण सैंकड़ों लीटर पानी रोजाना व्यर्थ में बह जाता है… जिन मोहल्ले में जल जीवन मिशन योजना के तहत नलजल योजना चालू है… वहाँ ग्रामीणों एवं विभाग की लापरवाही के चलते पानी व्यर्थ में बह रहा है… तो वहीं खरगहना के ही दो मोहल्ले के वाशिंदे बूँद-बूँद पानी के लिए तरस रहे हैं… खरगहना ग्रामपंचायत के गुर्रा टोला और सड़क मोहल्ले के रहवासी पीएचई विभाग के अधिकारी पर… सीएम को गुमराह करने के आरोप लगा रहे हैं… ग्रामपंचायत के सरपंच भी पीएचई विभाग के दावे को गलत बता रहे हैं… तो वहीँ जिस मोहल्ले में नलजल योजना के तहत लोगों को पानी मिल रहा है वो बेहद खुश भी नजर आ रहे हैं… पीएचई विभाग के अफसर शिवम सिन्हा से जब इस मामले को लेकर बात की गई…. और सीएम के सामने खरगहना गांव की योजना को पूर्ण बताने को लेकर जब सवाल किये गए… तो साहब गोलमोल जवाब देते हुए नजर आये… जबकि वो कैमरे पर खुद स्वीकार भी कर रहे हैं की खरगहना के दो मोहल्ले में अबतक योजना के तहत लोगों को पानी नहीं मिल रहा है… गौरतलब है की जनसेवा शिविर में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में लापरवाही को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने डीएसओ टीकाराम अहिरवार को आन स्पॉट सस्पेंड कर दिया था… साथ ही कई सरकारी अफसरों को फटकार भी लगाई थी… अब देखना यह है की खबर दिखाए जाने के बाद इस बड़बोले अधिकारी के खिलाफ क्या कार्यवाही होती है….