चुनावी मोड दोनों ही पार्टियां
एससी-एसटी की सीटें साफ करेंगी सियासी तस्वीर
मप्र में आदिवासी वर्ग की 47 सीटें हैं
अनुसूचित जाति वर्ग की 35 सीटें हैं
एससी एसटी वर्ग पर दोनों ही पार्टियों की नजर
कांग्रेस अनुसूचित जाति वर्ग विभाग की बैठक
बैठक में बनाई कांग्रेस ने रणनीति
अनुसूचित जाति वर्ग विभाग ने किया मंथन
कांग्रेस ने लगाया बीजेपी पर आरोप
‘अजा वर्ग पर MP में हो रहा अत्याचार और भेदभाव’
‘राहुल गांधी को सौंपेंगे पूरी रिपोर्ट’
20नवंबर को एमपी आएंगे राहुल गांधी
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए भले ही एक साल से ज्यादा का वक्त हो..लेकिन दोनों प्रमुख राजनीतिक दल… सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी कांग्रेस की चुनाव को लेकर कदमताल तेज होती जा रही है…और अब दोनों ही पार्टियां पूरी तरह चुनावी मोड में भी आ गई हैं… बीजेपी जहां बैठकों में वस्त है और फीडबैक जुटा रही है…तो वहीं कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा के जरिए एमपी में चुनावी तैयारी में जुटी है…लेकिन किस तरह..आइये देखते हैं एक रिपोर्ट…
एमपी में अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग की विधानसभा सीटों पर दोनों दल विशेष फोकस कर रहे हैं…प्रदेश में 2018 में हुए विधानसभा के चुनावों से दोनों ही राजनीतिक दल सीख लेते नजर आ रहे हैं और किसी भी तरह की चूक के लिए तैयार नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस चुनाव में कांग्रेस भले कुछ बढ़त हासिल कर सत्ता में आ गई थी…मगर दोनों ही राजनीतिक दलों को बहुमत नहीं मिला था… पिछले चुनाव में 230 विधायकों वाली विधानसभा में कांग्रेस 114 और भाजपा 109 स्थानों पर जीत हासिल कर पाई थी…मगर निर्दलीय और सपा-बसपा के समर्थन के चलते कांग्रेस ने सरकार बनाई थी… आगे चलकर कांग्रेस के भीतर बगावत हुई और वर्ष 2020 में सरकार गिर गई….परिणामस्वरुप भाजपा को डेढ़ साल बाद फिर सत्ता संभालने का मौका मिला…राज्य में सत्ता की कमान भाजपा के हाथ में जरूर है… मगर साल 2023 के चुनाव को लेकर पार्टी पूरी तरह सतर्क है… क्योंकि उसे वर्ष 2018 के नतीजे अब भी याद हैं…बीजेपी वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद ताकत बढ़ी है …क्योंकि कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया अब भाजपा में हैं… इसके अलावा दो दर्जन से ज्यादा तत्कालीन विधायक भी बीजेपी का दामन थाम चुके हैं…
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ सभी मोर्चों और वर्गों की बैठक कर 2023 के लिए जिम्मेदारियां दे रहे हैं…यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में अनुसूचित जाति वर्ग विभाग की बैठक आयोजित की गई…इस बीच अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार ने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए… प्रदीप अहिरवार का कहना था कि अनुसूचित जाति वर्ग के लिए बीजेपी ने कोई काम नहीं किया और मध्य प्रदेश में लगातार अनुसूचित जाति पर अत्याचार हो रहे हैं वहीं अनुसूचित जाति विभाग ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया और शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला…
कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस में रह रहे अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों से निवेदन है कि वह यह देखें कि क्या कभी कांग्रेस ने इस वर्ग के लिए कुछ किया है.. जब भी किया है गैर कांग्रेसियों ने ही अनुसूचित जाति के लिए किया है… चाहे महू में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के लिए बड़ी प्रतिमा का निर्माण हो…या आरक्षण का मामला…बीजेपी सरकार ने ही अनुसूचित जाति वर्ग के हित में काम किया है….
चुनाव से पहले सियासी दलों को मतदाताओं की याद सताने लगती है…यही वजह है कि एमपी में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों ने चुनाव तैयारी के बीच मतदाताओं पर नजरें गड़ा दी है…सियासी दल मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने में जुटे है…2003 के बाद लगातार बीजेपी सत्ता में रही…तो 2018 में कांग्रेस को मतदाताओं का प्यार मिला और उसने सरकार बनाई…लेकिन कांग्रेस की सरकार को उसके ही नेताओं का असंतोष ले डूबा..अब देखना होगा क्या एक बार फिर कांग्रेस को मतदाताओं का स्नेह मिलता है या बीजेपी अपनी सरकार बचाने में कामयाब होगी