भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा स्कूल भवन, निर्माण अधूरा भ्रष्टाचार पूरा | JAN MUDDA |

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भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा स्कूल भवन

ठेकेदार पर लगे लापरवाही के आरोप

जिम्मेंदार नहीं ले रहे सुध

निर्माण अधूरा…भ्रष्टाचार पूरा!

2014 से निर्माण शुरु…अभी भी काम अधूरा!




सरकार शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है…और तमाम तरह की योजना संचालित कर उन्हें इस काबिल बनाती है… जिससे बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके… लेकिन बच्चों को पढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयास उन तक पहुंचने से पहले ही दम तोड़ रहे है… आज हम बात करेंगे बड़वानी जिले के ग्राम तलवाड़ा बुजुर्ग की…जहां हाई स्कूल के लिए करोड़ों रुपए की लागत से भवन का निर्माण किया जा रहा है… इस निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किए जाने की बात सामने आई है…ऐसे में कैसे बनेगा  ऐस में क्या कहना है जिम्मेदारों का जानेंगे  इसी कार्यक्रम में… तो  आइये शुरू करते है जनमुद्दा

बड़वानी जिले के ग्राम तलवाड़ा बुजुर्ग के निर्माणाधिन स्कूल भवन में भ्रष्टाचार और लापरवाही का मामला सामने आया है… जहां वर्ष 2014-15 में हाई स्कूल के लिए भवन का निर्माण शुरु हुआ था … जो अब तक अधूरा है… ग्रामीणों ने ठेकेदार लापरवाही बरतने और घटिया सामग्री से निर्माण कराने का आरोप लगाया है… इस स्कूल भवन में निर्माण के दौरान ही दरारें दिखने लगी है… खिड़कियों के शीशे और बाथरुम के दरवाजे टूटे हुए हैं…स्कूल की हालत के बारे में बात करें तो…. स्कूल भवन की हालत दयनीय कही जा सकती है… लेकिन इसकी सुध लेने वाला की नहीं है… वही संभागीय परियोजना यंत्री पीडब्ल्यूडी पीआईयू आरती यादव ने बताया कि तलवाड़ा बुजुर्ग में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की प्रशासनिक स्वीकृति जून 2014 में 95लाख की राशि  प्राप्त हुई थी…. वही विद्यालय के भवन का कार्य लागत…. एक करोड़ 45 लाख थी…. जिसे लेकर स्टीमेट बनाया गया था किन्तु वर्तमान में विद्यालय भवन निर्माण कार्य  ठेकेदार रामअवतार खंडेलवाल द्वारा 95 लाख की राशि का कार्य किया जा चूका है…  वहीं शेष निर्माण कार्य को लेकर वर्ष 2018 , 2020 एवं वर्ष 2022 में शेष राशि के लिए  आयुक्त जनजाति विभाग को प्रेषित किया गया…जो  15 सितंबर 2022 जो रिवाइस हुआ है… उसके अनुसार अब कार्य पूर्ण करने के लिए एक करोड़ 32लाख 18 हजार रूपये लगेंगे… हालांकि वही ठेकेदार को एक 1 वर्ष के भीतर कार्य पूर्ण की समयावधि दी गई थी…. जर्जर अवस्था में भवन को लेकर की पीआईओ यंत्री अधिकारी कहा कि भवन पिछले 4 से 5 वर्ष खाली अवस्था में पड़ा हुआ है वह असामाजिक तत्वों का आना जाना लगा रहता है… इस वजह से उनके द्वारा टूट-फूट की गई वही ठेकेदार द्वारा जब तक कार्य पूर्ण ना हो जाता है तब तक चौकीदार रखा जाता है और भवन पूर्ण होने के पश्चात हस्तांतरण करने के लिए संबंधित विभाग को सौंप दिया जाता है… हालांकि भवन पूर्ण नहीं होने के कारण हस्तांतरण नहीं लिया गया… इसलिए मौके पर ऐसा ही पड़ा होने की वजह से उसमें टूट-फूट हुई है…