मानस पर महाभारत
जारी है बयान पर बवाल
मानस की चौपाई पर सवाल… उग्र हुआ संत समाज
संतो का फरमान…सर तन से जुदा का ऐलान!
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरित मानस पर की गई टिप्पणी का विवाद फिलहाल थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है…राजनीतिक दलों के साथ साथ साधु-संतों द्वारा भी स्वामी के बयान की निंदा की जा रही है… इतना ही नही उनके सिर कलम करने जीभ नाक कान काटने तक काटने पर नाम की बात की गई |
रामचरित मानस पर स्वामी के बयान पर बवाल भी जारी है… अब इस बनाल में अयोध्या के साधु संत भी कूद पड़े है… तपस्वी छावनी के परमहंस दास ने मौर्य की जीभ काटने वाले पर इनाम देने की घोषणा की है…
तो संत परमहंस दास जी को स्वामी प्रसाद मौर्या के सर कान नाक की कीमत इतनी ही लगी… लेकिन अयोध्या स्थित हनुमान मंदिर के महंत राजू दास ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का सिर की कीमत 21 लाख रुपये लगा दी और स्वामी प्रसाद मौर्या का सर काट कर लाने पर 21 लाख रुपे नाम देनें की घोषणा की… उन्होंने कहा जो कोई स्वामी प्रसाद मौर्या का सर कलम करता है तो उसे 21 लाखऱ रुपे का इनाम दिया जाएगा…
संतों के इस बयान पर मौर्या पीछे नहीं रहे… उन्होंने संतों के इस ऐलान को लेकर संतों को आतंवादी की संज्ञा दे डाली…
विवाद यहीं ख़त्म नहीं हुआ स्वामी प्रसाद मौर्या के इस बयान पर तपस्वी छावनी के परमहंस दास ने मौर्य को सामझाइस देते हुए कहा है कि अग्र वे किसी और धर्म ग्रंथ के बारे में यह बयान दिए होते तो यह सिर्फ ऐलान नहीं होता अब तक आपके कई टुकड़े हो गए होते…
इतना ही नही परमहंस दास ने मौर्य को पार्टी का महासचिव बनाए जाने पर भी सपा की आलोचना की है… उन्होंने कहा, “समाजवादी पार्टी ने स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें पार्टी का महासचिव बनाकर उनका कद बढ़ा दिया है |