पीएम आवास से वंचित ग्रामीण
कुटीर के लिए लगा रहे गुहार
2 साल से नहीं मिली कुटीर
भ्रष्टाचार की मार झेल रही जनता
65 हितग्राही में से 6 को मिला लाभ
सरपंच-सचिव पर लगाए गंभीर आरोप
सरकार गरीबों की मदद करने के लिए हर स्तर पर प्रयास कर रही है..जिसके लिए तमाम तरह की योजनाएं भी चलाई जा रही है..चाहे हम लाड़ली लक्ष्मी योजना की बात करें या पीएम आवास की या किसान सम्मान निधी की..सरकार पूरी कोशिश करती है..गरीब और असहाय लोगों की मदद कर सके..लेकिन निचले स्तर पर बैठे अधिकारी शायद सरकार की मंशा को पूरी नहीं होने देना चाहते है..आज इस मुद्दे में हम बात करेंगे गंजबासौदा की पंचायत खेरुआ के मडिया पोनिया गांव की..जहां पात्र हितग्राहियों को पीएम आवास योजना पैसा नहीं मिल पा रहा है..विस्तार से पूरा मामला बताएंगे..तो आईए शुरू करते है जनमुद्दा..
गंजबासौदा तहसील की ग्राम पंचायत खेरुआ के मडिया पोनिया गांव में ग्रामीण अपने मकान के लिए परेशान हो रहे है…प्रधानमंत्री आवास योजना और ग्रामीण आवास योजना के तहत ग्रामीणों को सरकार पक्का मकान बनाने के लिए राशि देती है…ग्रामीणों के लिए यह योजना एक वरदान से कम नहीं…लेकिन कई जगह भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी इस योजना से लाखों का घोटाला कर रहे है…बतादें की मडिया पोनिया गांव में ग्रामीणों के नाम कुटीर योजना में आने के बाद भी ग्रामीणों को कुटीर के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है…पात्र हितग्राहियों के नाम तो
सूची में जोड़े है..लेकिन हितग्राहियों को 2 से 3 साल बाद भी कुटी नहीं मिल पाई है..तो कई ग्रामीण ऐसे भी है..जिन्हें ये मालूम भी नहीं की उनका नाम लिस्ट में जुड़ा है.या नहीं..बतादें की गांव की करीब 100 मकान है..जिनमें से 65 हितग्राहियों को कुटीर मंजूर हुई है..लेकिन अभी तक सिर्फ 8 से 10 हितग्राहियों को ही पीएम आवास योजना का लाभ मिल सका है..तो वहीं इस मामले में शासकीय अधिकारियों का कहना है कि पीएम आवास योजना के तहत जिनका नाम प्रस्तावित है उनके नाम की कुटीर जरूर आएगी लेकिन समय लग सकता है..और कितना समय लगेगा ये कहना संभव नहीं है |