ग्राम पंचायतों में मनरेगा में मनमानी
अधिकारियों और सचिवों की मिलीभगत
22 करोड़ की लागत से बनाए गणगौर घाट
122 गणगौर घाट का हुआ निर्माण
पूर्व विधायक,जपं अध्यक्ष ने जताई नाराजगी
कलेक्टर ने कही कार्रवाई की बात
मध्य प्रदेश सरकार इन दिनों विकास यात्रा निकालकर गांव गांव विकास की गाथा लोगों तक पहुंचा रही है। तो वहीं कांग्रेस ने भाजपा शासनकाल के दौरान के घोटाले उजागर करना शुरू कर दिए हैं। खंडवा में महात्मा गांधी रोजगार योजना अंतर्गत ₹22 करोड़ से अधिक का घोटाला सामने आया है। क्या है पूरा मामला…
खंडवा जिले की पुनासा जनपद पंचायत के अंतर्गत उपयंत्री,सहायक यंत्री अधिकारियों और पंचायत सचिवों की मिलीभगत से गणगौर घाट का निर्माण कर दिया गया। मनरेगा की गाइडलाइन के मुताबिक वही कार्य ग्राम जनपद पंचायत द्वारा कराए जा सकते हैं..जहां पर 60% मजदूरों को काम दिया जाए..और 40% मशीनों से काम करवाया जाए। साथ ही जिस गांव में मनरेगा के कार्य की जरूरत होगी..वहीं कार्य कराया जा सकता है..लेकिन पुनासा जनपद पंचायत की 60 पंचायतों में मनमानी करते हुए मनरेगा के कार्य कराए गए हैं। पुनासा जनपद पंचायत क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में 122 गणगौर घाट का निर्माण करा दिया गया। इस मामले में कांग्रेस के पूर्व विधायक ठाकुर राजनारायण सिंह ,जनपद पंचायत अध्यक्ष ने नाराजगी जताते हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है..वहीं कलेक्टर अनूपकुमार सिंह का कहना है कि..सीईओ को जांच सौंपी गई थी..इसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी |