भारत का विदेश व्यापर!
प्रतिकुल व्यापार संतुलन
सेवा क्षेत्र में डंका!
बस्तु क्षेत्र में पिछड़ा क्यों ?
कैसे बढ़े निर्यात?
कौन से हो उपाय?
मध्य प्रदेश कैसे बढ़ाए निर्यात?
आज इस कार्यक्रम में हम बात करेंगे भारत के विदेश व्यापार की… जिसका जीडीपी में अनुपात 45.92% है… आज भारत की अर्थव्यस्था एक ट्रीलियन की हो गई है… और इसे 5 ट्रीलियन अर्थव्यस्था बनाने के लिए कवायद की जा रही है… भारत के अर्थव्यस्था में विदेश व्यापार हमेशा घाटे में रहता है… इसका सीधा सा मतलब है कि भारत को विदेशों से निर्यात से ज्यादा आयात करता है…नवंबर 2021 की ऑकड़ो पर गौर करें तो 265.77 बिलियन डॉलर का निर्यात हुआ… जबकि 381.17 बिलियन डॉलर का आयात किया गया…ऐसे में अगर भारत को 5 ट्रीलियल डॉलर की अर्थव्यस्था बनानी है…तो निर्यात को बढ़ाना होगा… इस दिशा में भारत लगातार आगे बढ़ रहा है… ऑकड़ों पर गौर करें तो जहां नवंबर 2021 में व्यापार संतुलन -13.19 बिलियन डॉलर का था तो वहीं नवंबर 2022 में -11.11 विलियन डॉलर का था…लेकिन इसमें देखने वाली बात यह है कि निर्यात के मामले में सेवा क्षेत्र का महत्वपूर्ण योगदान है… जबकि प्रोडक्ट बेस निर्यात में हम बहुत पीछे हैं… और अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए दूसरे देशों से आयात करते हैं… आज हम अपने आश्यकताओं के पूर्ति के लिए सबसे ज्यादा चीन से सबसे ज्यादा आयात करते हैं… अपने कुल आयात में 15 प्रतिशत हिस्सेदारी चीन की होती है… ऐसे में हमें निर्यात की तरफ ध्यान देना होगा… अब बात करते हैं मध्य प्रदेश की तो 2021-22 में मध्य प्रदेश ने 58,407 करोड़ रुपए का निर्यात किया था… और 2022-23 में का लक्ष्य 65 हजार करोड़ का रखा गया है… मध्यय प्रदेश अपने कुल निर्यात का 33 प्रतिशत संयुक्त राज्य अमेरिका को निर्यात करता है… जिसमें फार्मा क्षेत्र महत्वपूर्ण है… वहीं बंगलादेश चीन दक्षिण कोरिया, थाईलैंड आदि 200 देशों को भी निर्यात करता है… यहां के प्रमुख निर्यात सामान है… काबुली चना, सोयाबिन, फार्मा, कपड़ा, और कृषि उत्पाद… कहने का मतलब यह है कि अगर मध्य प्रदेश की परिपेच्छय में देखे तो निर्यात को बढ़ाने के लिए और बेहतर क्या किया जा सकता है…