सरकारी राशि का दुरुपयोग
सरपंच-सचिव पर लगे आरोप
लाखों का किया घोटाला
फिर भी नहीं हो रही कार्रवाई
जिम्मेदार मौन!
करीब 7 लाख 42 हजार की गड़बड़ी
लापरवाही कहें या दोषियों पर मेहरबानी
सिंघई में सरपंच का राज
ग्राम पंचायत सिंघई का मामला
कहने को तो सरपंच संचिव जिला पंचायत के मुखिया होते है..लेकिन सरपंच ही राशि का बंदर-बाट करेंगे तो आखिर क्षेत्र की क्या स्थिति होगी इसका हम अंदाजा लगा सकते है…..एक ऐसा ही मामला बालाघाट जिले से सामने आया… जहां जिला पंचायत अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है….यहां कि सिंघई पंचायत में धड़ल्ले से सरकारी राशि का दुरुपयोग हो रहा है… ग्राम पंचायत की राशि में अनियमितता करने वाले सरपंच सचिव पर 4 माह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई… अब इसे जिम्मेदारों की लापरवाही कहें या दोषियों पर मेहरबानी..आज इसी मुद्दा पर चर्चा करेंगे तो चलिए शुरू करते है जन मद्दा…
बालाघाट जिले के जिला पंचायत अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है जहां ग्राम पंचायत की राशि में अनियमितता करने वाले सरपंच सचिव पर 4 माह बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई….जबकि 4 माह पूर्व अधिकारियों की जांच में 7 लाख 42 हजार 931 रुपये की गड़बड़ी सिंघई ग्राम पंचायत में सामने आई थी… जिसके बाद आज तक दोषी सरपंच सचिव को पद से नहीं हटाया गया है… और ना ही कोई कार्यवाही की गई है… पंचायत का वित्तीय अधिकार तक सरपंच सचिव के पास ही है इसके चलते पिछले 4 माह से सिंघई पंचायत में धड़ल्ले से शासकीय राशि का दुरुपयोग हो रहा है…. इस मामले में जनपद सीईओ का कहना है कि ग्राम पंचायत सिंघई में गड़बड़ी हुई है…. जो सरपंच और सचिव के सारे तथ्य सामने आ चुके हैं… जिसकी प्रतिवेदन जिला पंचायत को दें दी गई है… बावजूद इसके अधिकारियों द्वारा कार्यवाही नहीं की जा रही है…वही शिकायत कर्ताओं का कहना है कि भ्रष्ट सरपंच सचिव पर अधिकारी मेहरबान है…. इतनी बड़ी गड़बड़ी सामने आने के बाद भी कोई कार्यवाही ना होना अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रहा है…..अब इसे जिम्मेदारों की लापरवाही कहें या दोषियों पर मेहरबानी ।