दूषित पानी पीने को मजबूर
जिम्मेदार झाड़ रहे पल्ला
विभागीय लापरवाही का खेल
कलेक्टर को सौपा ज्ञापन
कलेक्टर से लगाई गुहार
ग्राम में हैंडपंप की मांग
सरकार की योजना हुई फैल
ग्राम दूड़मि का मामला
जिम्मेदार मौन, ग्रामीण परेशान
सरकार हर व्यक्ति को शुद्ध जल उपलब्ध कराने के लिए कई प्रकार की योजनाओं को धरातल पर उतार रही है…..इसी कड़ी में हर घर नल योजना भी केंद्र सरकार की एक बहुत ही कारगर योजना हर गांव में लागू किया जा रहा है…लेकिन विभाग की लापरवाही व ठेकेदारों की मनमानी ने इस योजना को धरातल पर जैसे तैसे खाना पूर्ति कर लूट खसोट का जरिया बना लिया है
ग्राम पंचायत पल्ली के आश्रित ग्राम दूड़मि से एक मामला सामने आया… जल जीवन मिशन की खस्ता हाल और विभागीय लापरवाही के चलते ग्रामीणों को झरिया का दूषित पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है…जिसकी शिकायत लेकर आज सरपंच के साथ ग्रामीण अपने साथ झरिया का पानी बॉटल में लेकर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे… और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है और ग्राम में एक हैंडपंप की मांग की है…वही मामले को छोटी बात बता कर जिला कलेक्टर ने उक्त मामले पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया है…लगभग 30 किलोमीटर का सफर तय कर ग्राम पंचायत पल्ली के आश्रित ग्राम दूड़मि के ग्रामीण जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे…. जहां उन्होंने पेय जल की समस्या बता कर जिला कलेक्टर से हैंड पंप की मांग की है…वही मीडिया को दी जानकारी में ग्रामीणों ने बताया है कि गांव में पिछले एक साल पहले नल जल कनेशन लगाया गया है.., लेकिन विभाग की लापरवाही का नतीजा है की आज भी ग्रामीण झरिया से पानी पीने को मजबूर हैं….वही ग्रामीणों ने बताया जिस स्थान से पीने का पानी लिया जाता है… जो पशु पक्षी के चलते पानी दूषित हो जाता है…जिसे पीने से ग्रामीण बीमार हो रहे है… वहीं मामले पर जिला कलेक्टर अजीत वसंत ने हैंडपंप नहीं होने ओर उसकी की मांग पर कलेक्टर ने जवाब नही देते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया… साथ ही जलजीवन मिशन पर बोलते हुए जिला कलेक्टर ने जिले भर में जल जीवन मिशन के जल्द संचालन आरंभ होने की बात कही है… कलेक्टर ने लापरवाही बरतने वाले ठेकेदार पर कार्यवाही की बात भी कही है।