देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान हुए और इस मतदान में क्रास वोटिंग की बात हो रही है…कहा जा रहा है एनडीए की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू के समर्थन में विपक्षी दलों के नेताओं ने अपने उम्मीदवार को वोट न कर विपक्ष के उम्मीदवार को वोट किया… क्रास वोटिंग करने वाले एमपी एमएलए का कहना है कि वोट अपने अपने अंतरआत्मा की आवाज़ पर वोटिंग किए है… लेकिन मध्य प्रदेश के दौरे पर आए विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने चुनाव में ख़रीद-फरोख्त की बात की… अंतरआत्मा की आवाज़ पर क्रास वोटिंग करने वाले इन नेताओं ने क्या सचमुच अपने अंतरआत्मा की आवाज़ सुनी है…या फिर कुछ और बात है… आज इसी मुदद् पर करेंगे चर्चा…तो आइए शुरु करते हैं… देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान हुए… इस मतदान में कुल 4800 निर्वाचित सांसद और विधायकों ने हिस्सा लिया… चुनाव में राजग उम्मीदवाद द्रौपदी मुर्मू की जीत और इसके साथ ही देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर पहली बार आदिवासी महिला की ताजपोशी तय है… 27 दलों के समर्थन के साथ द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा भारी है… जबकि 14 दलों का समर्थन यशवंत सिन्हा को प्राप्त है… लेकिन इन दलों के नेताओं द्वारा क्रास वोटिंग की बात कही जा रही है… ऐसा नहीं है कि सिर्फ इस बार ही क्रास वोटिंग हुई है… राज्यसभा चुनाव और राष्ट्रपति चुनाव में कई बार ऐसा हो चुका है… फिलहाल इस बार के राष्ट्रपति चुनाव में जमकर क्रास वोटिंग हुई… विधायकों ने अपने अंतरआत्मा की आवाज़ सुने जाने की बात की… लेकिन इस चुनाव में ख़रीद–फरोख्त की भी बात सामने आई है…विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने मध्य प्रदेश में बीजेपी पर खरीद–फरोख्त का आरोप लगाया था… क्या कहा था आप भी सुनिए…