पीने के पानी को तरसता ‘रतनखेड़ी’ गांवगांव में 3 हैंडपंप, 2 खराब

देश मध्य प्रदेश

पीने के पानी को तरसता ‘रतनखेड़ी’ गांवगांव में 3 हैंडपंप, 2 खराब

जल ही जीवन है… और यह सच्चाई भी है… यदि स्वच्छ एवं पर्याप्त पानी ना मिले तो जीवन अत्यंत कठिन हो जाता है… गर्मी का प्रकोप बढ़ते मध्य प्रदेश के कई गांव में जल संकट गहराने लगा है…जी हां हम बात करेंगे रतन खेड़ी गांव की जिसमें विभाग द्वारा 3 हैंड पंप और सरकारी कुआं भी है… 3 हैंडपंपों में से दो हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं… और कुए में भी पानी नहीं है… जबकि एक हैंडपंप में से ही पूरा गांव पानी भरता है… इस हैंडपंप का जल स्तर नीचे चले जाने के कारण….गर्मी में पानी कम आता है… और जो पानी आता है… वह भी खारा होता है… जो कि पीने योग्य नहीं होता है… जिसके चलते ग्रामीण परेशान हो रहे हैं…गांव में बेजुबान मवेशी भी प्यासे इधर-उधर घूमते देखे जा सकते हैं… गांव के सरपंच ने ट्यूबेल से वैकल्पिक पीने के पानी की व्यवस्था की गई है… लेकिन वह पर्याप्त नहीं है… ऐसा नहीं है कि इस तरह की समस्या रतन खेड़ी गांव में पहली बार आई हो… हर गर्मी में रतन खेड़ी जल संकट आता है… अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से शिकायत और पत्राचार किया जाता है… लेकिन ना तो विभाग कोई कार्रवाई करता है…और ना ही जनप्रतिनिधि इस ओर धायान देते हैं… आपको बता दें कि ग्राम रतन खेड़ी आदिवासी बाहुल्य गांव है… जहां पर 400 से 500 लोगों की आबादी निवास करती है… इतने लोगों की आबादी होने के बावजूद भी विभाग में शिकायत का कोई असर नहीं हो रहा… इस विषय में पीएचई विभाग के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से बात की गई तो व्यस्था सुधारने की बात कही गई…वही गंज बासौदा ग्यारसपुर क्षेत्र के विधायक श्रीमती लीना जैन ने भी इस मामले में अधिकारियों को निर्देश देने की बात कही है… वही कांग्रेस ने क्षेत्र की इस समस्या के लिए विधायक और सांसद को जिम्मेदार ठहराया..

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