कन्या और बालक आश्रम की बदहाली, जिम्मेदार सो रहे कुंभकर्णीय नींद | JAN MUDDA |

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कन्या और बालक आश्रम की बदहाली

बच्चों के लिए नहीं है शौचलाय

खुले में शौच जाने को मजबूर छात्र

पेयजल की व्यवस्था भी ठप्प

जिम्मेदार सो रहे कुंभकर्णीय नींद

राज्यसभा सांसद ने कही कार्रवाई की बात

हर घर शौचालय,घर घर शौचालय औऱ स्वच्छ भारत का नारा देकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आमजन को हर तरह से सुविधा दी है..लेकिन बात अगर बड़वानी विधानसभा के पाटी विकास खण्ड की की जाए तो यहां कन्या और बालक आश्रम में शौचालय नहीं है…ऐसे में कांग्रेस भी हमलावर हो गई है..लेकिन जिम्मेदार कुंभकर्ण की नींद सो रहे हैं..किस तरह की परेशानियां हैं छात्र-छात्राओं को, और क्यों यह उदासीन रवैया देखने को मिल रहा है, इसी पर करेंगे चर्चा जनमुद्दे में..तो चलिए शुरु करते हैं जनमुद्दा

बड़वानी के ग्राम पंचायत बोकराटा में संचालित हो रहे ठक्कर बापा आदिवासी कन्या औऱ बालक आश्रम में शौचालय नहीं है..50 छात्रों सहित 30 छात्राएं खुले में शौच जाने को मजबूर हैं..1970-71 में बने आश्रम के भवनों में न शौचालय है न ही कोई अन्य व्यवस्था.. एक शौचालय बना था जो जीर्ण शीर्ण अवस्था में है..जिसका उपयोग नही किया जा सकता..छात्राए कहती है यंहा पानी की भी समस्या रहती है..पहली से 5वीं तक के छात्र- छात्राओं के कमरे में मात्र 2-2 पंखे लगें है..वंही पूर्व गृहमन्त्री कांग्रेस के राजपुर विधायक बाला बच्चन इस मामले को लेकर कहते है की ये सरकार की पोल खोल व्यवस्था है मंत्री की विधानसभा के ये हाल है तो प्रदेश की स्थिति क्या होगी..वंही इस मामले में राज्यसभा सांसद डॉ सुमेरसिंह सोलंकी ने तत्काल कलेक्टर सहित जवाबदारों को निर्देश देकर समस्या का हल करवाने की बात कही है…