नलजल योजना में भ्रष्टाचार
20 लाख रुपये की नलजल योजना
कागजों में संचालित योजना
कई घरों को आज तक नहीं मिला पानी
ठेकेदार की लापरवाही ने किया तंग
पानी के लिए जद्दोजहद करते ग्रामीण
एक ओर शासन प्रशासन ग्रामीण क्षेत्रों को विकास की और ले जाते हुए कई योजनाएं संचालित कर रही हैं..मगर शासन की महत्वपूर्ण योजनाएं जमीनी स्तर तक पहुंचते पहुंचते दम तोड़ देती हैं..या भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती हैं..कुछ ऐसा ही देखने को मिला राजगढ़ जिले के नरसिहंगढ़ तहसील में आने वाले गांव गाडरिया खेड़ी में..जंहा ठेकेदार की लापरवाही के चलते नल जल योजना ने हर घर तक पहुंचने से पहल ही दम तोड़ दिया..
राजगढ़ की नरसिंहगढ़ तहसील में वर्ष 2021 – 22 में 20 लाख रुपये की लागत से शासन द्वारा नलजल योजना के माध्यम से गांव में पाइपलाइन बिछाकर हर घर नल कनेक्शन देकर पानी पहुंचाना था । मगर क्षेत्र के अधिकांश गांवों में नलजल योजना के नाम पर ठेकेदारों ने अधिकारियों से साठगांठ कर आधी अधूरी योजना को पूरा दिखाकर लाखो रुपये निकाल लिए.. बावजूद आज तक ग्रामीणों को पानी नहीं मिला..ग्रामीणों का आरोप है कि 20 लाख की योजना सिर्फ कागजो में संचालित हो रही है..वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि अपने मुनाफे के चक्कर में ठेकेदार द्वारा पुरानी लाइन में नई लाईन जोड़कर अपना काम खत्म कर दिया.. गाँव के अधिकांश घरों में आज तक पानी नहीं पहुंचा..जबकि ठेकेदार जगदीश तोमर का कहना हैं कि गांव में नलजल योजना पिछले एक वर्ष से चालू हैं ।और हर घर में पानी पहुंच रहा है..जबकि हकीकत कुछ और ही है..ठेकेदार की लापरवाही के चलते नलजल योजना के पाईप लाईन के चेंम्बर आज तक खुले पड़े है । जिसके कारण आये दिन छोटी बड़ी घटनाएं हो रही हैं ,,हाल ही में खुले चेंम्बर के कारण रात के अंधेरे में बाईक चालक दुर्घटना का शिकार हो गया..मगर आजतक ठेकेदार द्वारा इस और कोई ध्यान नहीं दिया गया ।