यूरिया-खाद के लिए परेशान होते किसान
दिनभर लाइन में लगने के बाद भी नहीं मिलती खाद
नंबर आने पर अधिकारी बंद कर देते है खिड़की
एसडीएम ने मामले से झाड़ा पल्ला
367 की खाद के लिए वसूल रहे 500 रुपए
हजारों किसानों के लिए सिर्फ…1 वितरण काउंटर
सरकार किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए हर स्तर पर प्रयासरत है…लेकिन कुछ भ्रष्ट अधिकारियों को शायद ये रास नहीं…इसलिए किसानों को दर-दर भटकाया जा रहा है…अन्नदाता को ही अन्न के लिए परेशान होना पड़ रहा है…भूखे प्यासे लाइन में लगकर किसान यूरिया की आस देखते रहते है…और यूरिया भंडार अधिकारी खिड़की बंद कर देते हैं…और खिड़की बंद के होने के साथ खत्म हो जाती है..किसानों की आशा…आज इसी मुद्दे पर करेंगे चर्चा… तो आईए शुरू करते है जनमुद्दा…
आज इस जनमुद्दे में हम बात कर रहे है…सिवनी की तहसील लखनादौन की जहां…किसान यूरिया के लिए परेशान हो रहे है…हजारों की भीड़ में किसान लाइन लगाते है…और यूरिया सिर्फ 20 से 25 किसानों को मिलता है…बतादें की सुबह से शाम तक किसान भूखे प्यासे लाइन में खड़े रहते है…और उनका नंबर आने पर यूरिया भंडार अधिकारी खिड़की बंद कर देते हैं…किसानों ने बताया की खाद्य वितरण के लिए एक छोटा सा काउंटर बनाया गया है…जिससे सभी किसान खाद लेते है…लेकिन किसानों का कहना है की सिर्फ 1 काउंटर खाद वितरण के लिए काफी नहीं है…कई बार शिकायत की गई..लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती…खाद केंद्र में बैठे भ्रष्ट अधिकारी अपनी जेब भरने के लिए किसानों को लूट रहे है…किसानों ने ये भी आरोप लगाया की अधिकारी खाद इसलिए भी किसानों को नहीं देते क्योंकि…वही खाद को व्यापारी ज्यादा कीमतों में खरीदते है..जिससे भ्रष्ट अधिकारियों को अच्छा खासा फायदा होता…किसानों का कहना है की सरकार खाद 367 में बेच रही है…वही व्यापारी वहीं 500 से लेकर ₹600 रुपए तक बेच रहे है…जब पूरे मामले पर एसडीएम से बात की गई..तो उन्होंने भी गोलमोल जवाब देते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया…