अडानी मामले पर वित्तमंत्री का बयान
कहा- रेगुलेटर्स कर रहे हैं अपना काम
‘रेगुलेटर्स सरकार से स्वतंत्र हैं’
‘खुद जो उप युक्त होगा, उसे करेंगे’
नमस्कार… NEWS HOUR के खास कार्यक्रम में आपका स्वागत है… मैं हूं देवेंद्र कुशवाहा… वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को अडानी मामले पर बयान दिया है… उन्होंने इस मामले पर बोलते हुए कहा है कि यह रेगुलेटर्स का काम है, जो अपना काम करेंगे…. उन्होंने कहा कि आरबीआई ने बयान दिया है, उससे पहले बैंकों और LIC ने अडानी ग्रुप के लिए अपने एक्सपोजर के बारे में बताया है… वित्त मंत्री ने कहा कि रेगुलेटर्स सरकार से स्वतंत्र हैं…. वे खुद जो उप युक्त होगा, उसे करेंगे… तो, बाजार अच्छी तरह से रेगुलेटेड है… वित्त मंत्री ने वैश्विक वित्तीय बाजार में अडानी के मामले और मौजूदा स्थिति के बाद भारत की स्थिति पर पूछे जाने पर कहा कि पिछले दो दिनों में फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व में 8 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि हमारे मैक्रो-इकोनॉमिक फंडामेंटल्स या अर्थव्यवस्था की छवि पर असर नहीं पड़ा है… सीतारमण ने आगे कहा कि FPO आते और जाते रहते हैं. हर बाजार में ये उतार-चढ़ाव होता है. लेकिन तथ्य यह है कि पिछले कुछ दिनों में 8 अरब डॉलर गए हैं, जिससे भारत और उसकी ताकत को लेकर छवि बरकरार रहती है. वित्त मंत्री ने कहा कि तो, रेगुलेटर्स अपना काम करेंगे. उन्होंने कहा कि असल में, बाजार को सही से रेगुलेटेड रखने के लिए, सेबी अथॉरिटी है… और उसे अच्छी स्थिति में रखने के लिए सेबी के पास संसाधन मौजूद हैं…सीतारमण वित्त मंत्री ने FPO विद्ड्रॉल पर बोलते हुए कहा कि ऐसा कितनी बार हुआ है कि इस देश में FPO को विद्ड्रॉ किया गया है. और कितनी बार भारत की छवि पर इसकी वजह से असर पड़ा है. उन्होंने कहा कि कितनी बार ऐसा हुआ है कि FPO वापस नहीं आए हैं. इसके अलावा वित्त सचिव टी वी सोमनाथन ने कहा कि वे पहले भी कह चुके हैं कि अडानी का मामला मैक्रो-इकोनॉमिक आंकड़ों की नजर से एक चाय के कप में तूफान की तरह है और वे अपने इस बयान पर कायम हैं. इसके अलावा सीतारमण ने मुंबई में हुआ प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 के लिए पेश आम बजट में मुख्य ध्यान आर्थिक वृद्धि पर केंद्रित किया गया है….