कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन
2023 और 2024 का चुनावी एजेंडे पर मंथन
पहले दिन शुक्रवार को क्या हुआ?
2024 के लिए कांग्रेस की तैयारी
कांग्रेस ने अपनी 7 शपथ में क्यों किया बदलाव
अल्कोहलिक शब्द से क्यों किया परहेज?
रायपुर छग
कांग्रेस का 85वां महाधिवेशन शुक्रवार से छत्तीसगढ़ के रायपुर में शुरू हो चुका है… तीन दिन तक चलने वाली इस बैठक के दौरान राजनीति, अर्थव्यवस्था समेत कई विषयों पर चर्चा की जा रही है..वहीं अधिवेशन के दूसरे दिन शनिवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी पर देश में लोकतंत्र को खत्म करने का आरोप लगाया है…उन्होंने कहा देश में लोकतंत्र खत्म करने की कोशिश की जा रही है…लेकिन राहुल गांधी ने नफरत के खिलाफ प्यार की जो यात्रा की वह एक नई रोशनी दी है…बता दें महाधिवेशन के पहले दिन…स्टीयरिंग कमेटी की बैठक हुई…इसमें यह फैसला हुआ कि CWC के चुनाव नहीं होंगे…बैठक में शामिल सदस्यों ने आम सहमति से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को CWC मेंबर चुनने का अधिकार दिया है.. इसके साथ ही संगठन में SC-ST, OBC, युवाओं और महिलाओं को 50 फीसदी तक आरक्षण देने का फैसला हुआ…छत्तीसगढ़ के इतिहास में कांग्रेस का यह महाधिवेशन आधा दर्जन राज्यों के विधान सभा चुनावों और उसके बाद 2024 के आम चुनावों की पृष्ठभूमि में हो रहा है…हमारे सामने ये एक बड़ी चुनौती भी है और एक बड़ा अवसर भी है…कांग्रेस रायपुर अधिवेशन में अपनी मौजूदा सत्ता को बचाए रखते हुए बाकी के राज्यों पर काबिज होने की रणनीति की रूप रेखा तैयार की जा रही है…क्योंकि इसे 2024 लोकसभा चुनाव का सेमीफाइल माना जा रहा है…एक साल के बाद ही लोकसभा का चुनाव है… ऐसे में कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर व्यापक रूप रेखा तैयार करेगी… कांग्रेस ने अधिवेशन में जो भी मुद्दे रखें है, उससे पार्टी की रणनीति को समझा जा सकता है…कांग्रेस राजनीति, अर्थव्यवस्था के साथ-साथ सामाजिक न्याय, युवा और किसान के मुद्दे पर मंथन किया जा रहा है..इन्हीं सब मुद्दों पर हम अपने विशेष कार्यक्रम में चर्चा करेंगे…तो आइये शुरु करते हैं…महाधिवेशन महामंथन…