MP विधानसभा का बजट सत्र..
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद शुरू हुई कार्यवाही
‘विश्व पटल पर मध्यप्रदेश को अलग पहचान मिली’
‘अब तक तीन बैठक जी-20 की हो चुकी है’
‘प्रवासी भारतीय सम्मेलन में लोगों ने हिस्सा लिया’
‘तीन हजार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया’
‘हल’ लेकर विस पहुंचे पूर्व मंत्री जीतू पटवारी
सदन में ले जाने पर अड़े,सुरक्षाकर्मियों से गहमागहमी
कल हलमा महोत्सव में ‘गैती’ लेकर पहुंचे थे सीएम
मध्यप्रदेश विधानसभा में आज से बजट सत्र का आगाज हुआ है… सदन की कार्यवाही शुरू होते ही राज्यपाल मंगू भाई पटेल का अभिभाषण हुआ… एक घंटे से भी कम समय में सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई. इससे पहले पूर्व मंत्री जीतू पटवारी हल लेकर विधानसभा पहुंचे थे, जहां सुरक्षाकर्मियों के साथ गहमागहमी का माहौल बन गया…. इस दौरान जीतू पटवारी की सुरक्षाकर्मियों से गहमागहमी हो गई. जीतू पटवारी हल लेकर विधानसभा में अंदर जाना चाह रहे थे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने रोका तो जमकर बहस हो गई…. दरअसल कल सीएम शिवराज सिंह चौहान झाबुआ के हलमा महोत्सव में गैती लेकर पहुंचे थे… जिसके बाद आज पूर्व मंत्री जीतू पटवारी कंधे पर हल लेकर विधानसभा के बजट सत्र में पहुंचे… जीतू पटवारी ने कहा कि… यह पुराना हल है. कल मुख्यमंत्री गैती लेकर पहुंचे थे….
मध्यप्रदेश विधानसभा में सदन की कार्यवाही शुरू हुई… राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने अपने अभिभाषण से सत्र का आगाज किया. राज्यपाल ने अपने भाषण में सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने अभिभाषण में प्रवासी भारतीय दिवस और इन्वेस्टर समिट का ज़िक्र किया. राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश की धरती पर आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन की ओर से 70 से अधिक देशों से आए 3500 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया… इंदौर में नमो ग्लोबल गार्डन में प्रवासी भारतीयों की ओर से लगाए गए पौधों के रूप में आयोजन के लिए स्मृति बनेगा… हरीवा एयरपोर्ट निर्माण और ग्वालियर में विमानतल का विस्तार और विकास आम आदमी के सभी सपने साकार करेगा…
राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने कहा कि सरकार गांव में किसानों को पानी और सिंचाई के लिए चीज़ें उपलब्ध करवा रही है. केन बेतवा लिंक परियोजना के प्रथम चरण में भी काफ़ी अच्छे कार्य हुए है. उज्जैन मेडिकल डिवाइस पार्क में मेडिकल डिवाइसेज़ में स्थापित किए गए हैं. इंदौर और पीतमपुर में इकोनॉमिक कॉरिडोर विकसित किया गया है. विभिन्न किसान हितैषी योजनाओं को लाया गया है. करोड़ों की राशि किसानों के खाते में डाली गई है. दो साल में सौ करोड़ से अधिक की राशि के ब्याज कम व्यास पर उपलब्ध करवाये गए है|