कर्नाटक में मतदान जारी
मैदान में 2,614 प्रत्याशी
कांग्रेस-भाजपा और JDS में मुकाबला
224 सीटों के लिए हो रहा मतदान
113 है बहुमत का आंकड़ा
गठबंधन पर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं
भाजपा ने की हैं 400 से ज्यादा रैलियां
कांग्रेस की हुई हैं 31 रैलियां
कांग्रेस को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भरोसा
भाजपा बजरंगबली के सहारे
छोटी पार्टियों से वोट कटने का डर
क्या वोट कटवा बनेंगे छोटे दल ?
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतदान सुबह 7 बजे से जारी है…. यहां 224 सीटों से 2614 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं… कर्नाटक के सभी जिलों में पोलिंग स्टेशन पर सुबह से ही बड़ी संख्या में लोग अपना वोट डालने पहुंच रहे हैं… आम लोगों के अलावा सेलिब्रिटीज और नेता भी वोट डालने पहुंच रहे हैं… अभिनेता प्रकाश राज ने शांतिनगर स्थित सेंट जोसेफ इंडियन स्कूल में पोलिंग स्टेशन में मतदान किया। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने वोट डालने से पहले शिकारीपुर के हुच्चाराया स्वामी मंदिर और राघवेंद्र स्वामी मठ में दर्शन किए… वर्तमान मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने हुबली के हनुमान मंदिर और कावेरी के गायत्री मंदिर में पूजा की… वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बेंगलुरु के विजयनगर में पोलिंग बूथ में वोट डाला। वोट डालने के बाद उन्होंने कहा कि हम तो हमेशा ही बजरंगबली की पूजा करते हैं, हनुमान चालीसा पढ़ते हैं, पर कांग्रेस चुनाव के वक्त हनुमान भक्त बन जाती है। कर्नाटक तो हनुमान जी की जन्मथली है। यहां आकर कांग्रेस तो अपने मेनिफेस्टो में बजरंगदल को बैन करने की बात कर रही है। बेवकूफी का उदाहरण इससे ज्यादा कुछ नहीं हो सकता…. कर्नाटक में 5 करोड 31 लाख मतदाता हैं और 2615 प्रत्याशी हैं… मुख्य मुकाबला भाजपा, कांग्रेस और JDS के बीच है… चुनाव परिणाम 13 मई को आएंगे…. इस बार भाजपा के लिए PM नरेंद्र मोदी समेत पार्टी के बड़े नेताओं ने साढ़े चार सौ से ज्यादा रैलियां कीं है….. 100 से ज्यादा रोड शो भी किए…. वहीं, राहुल, प्रियंका और सोनिया ने 31 से ज्यादा सभाएं कीं… चुनावी कैंपेन में कांग्रेस ने भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार और कमीशन पर फोकस रखा… वहीं, भाजपा ने बजरंगबली, बजरंग दल, आतंकवाद को मुद्दा बनाया.. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 19 में से 12 सभाओं में बजरंगबली का जिक्र किया…. कर्नाटक चुनाव में राजनीतिक दलों के लिए 3 फैक्टर चुनौती बने हुए हैं… पहला पिछले 5 चुनाव में 3 बार हंग असेंबली रही है…. कर्नाटक में पिछले 38 साल से हर 5 साल में सत्ता बदलती आ रही है…. आखिरी बार 1985 में रामकृष्ण हेगड़े के नेतृत्व वाली जनता पार्टी ने सत्ता में रहते हुए चुनाव जीता था.. वहीं, पिछले पांच चुनाव (1999, 2004, 2008, 2013 और 2018) में से सिर्फ दो बार ( 1999, 2013) सिंगल पार्टी को बहुमत मिला… भाजपा 2004, 2008, 2018 में सबसे बड़ी पार्टी बनी…. भाजपा ने बाहरी सपोर्ट से सरकार बनाई थी… अभी कोई भी पार्टी गठबंधन पर अपने पत्ते नहीं खोल रही हैं…. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि JDS ने भाजपा के साथ जाने की तैयारी की है…. हालांकि, JDS ने किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन की संभावना से इनकार किया है…