सत्ता का सेमिफानल होंगे निकाय चुनाव

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कांग्रेस ने तैयार किया सत्ता में वापसी का तगड़ा प्लान

सत्ता का सेमिफानल होंगे निकाय चुनाव

पंचायत—निकाय चुनाव की सरगर्मी के बीच विस की तैयारी

विधानसभा की 70 सीटों पर कांग्रेस का विशेष फोकस

लगातार हारती आ रही है इन 70 सीटों पर कांग्रेस

मध्य प्रदेश में भले ही अभी पंचायत और स्थानीय निकाय चुनाव की सरगर्मी हो…लेकिन कांग्रेस की नजर तो 2023 के विधानसभा चुनाव पर है…पंचायत और स्थानीय निकाय चुनाव तो उसके लिए सेमिफायलन होंगे..यही वजह है कि .इसलिए कांग्रेस अपनी हर रणनीति विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर ही बना रही है…उसकी निगाह बीजेपी के मजबूत किलों पर है…ऐसे में कांग्रेस ने कभी पार्टी से नाराज रहे दो बड़े चेहरों को नई जिम्मेदारी दी है

कांग्रेस ने 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के मजबूत किलो में सेंध लगाने के लिए तैयारी तेज कर दी है…एक दिन पहले पीसीसी चीफ और पूर्व सीएम कमलनाथ के निवास पर हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में यह फैसला हुआ है कि जिन सीटों पर कांग्रेस को लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है… और जिन सीटों पर बीजेपी लंबे समय से बड़े अंतर के साथ जीत दर्ज करा रही है …वहां पर कांग्रेस चुनाव के 6 महीने पहले उम्मीदवार घोषित कर कमान सौंप देगी… पार्टी ने तय किया है इसके लिए अभी से जिताऊ चेहरों की तलाश की जाएगी…उसके बाद बीजेपी को टक्कर देने के लिए 6 महीने पहले चुनाव मैदान में उतर जाएगी….

वहीं अजय सिंह राहुल को आरोप पत्र की जिम्मेदारी सौंपने पर बीजेपी ने पलटवार किया है… बीजेपी का कहना है…अजय सिंह राहुल किसी पद में नहीं है और बेरोजगार हैं…काफी दिनों से वह कांग्रेस से काम मांग रहे थे…तो कमलनाथ ने उन्हें दाल चावल अलग करने का काम दे दिया…

मिशन 2023 को लेकर अरुण यादव सोशल इंजीनियरिंग करते नजर आएंगे…पूर्व सीएम कमल नाथ ने अरुण यादव को भी बड़ी जिम्मेदारी दी है…वे 230 विधानसभा सीटों का जातिगत आधार पर डाटा जुटाएंगे… अरुण यादव एससी, एसटी और ओबीसी की रिपोर्ट तैयार करेंगे…किस सीट पर किस वर्ग का प्रतिनिधित्व ज्यादा है…2018 में पार्टी को किस वर्ग से नुकसान हुआ…किस वर्ग से फायदा हुआ… सभी तरह की सोशल इंजीनियरिंग करते नजर आएंगे…

अरुण यादव को जिम्मेदारी मिलने पर बीजेपी प्रवक्ता नेहा बग्गा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा …अरुण यादव हमेशा कांग्रेस को कोसते थे… ऐसे ही हार्दिक पटेल ने गुजरात से कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया…क्योंकि अरुण यादव मेहनत तो करेंगे लेकिन मलाई और कोई खाएगा…

https://youtu.be/trpThgfU47I